बेंटोनी कैसल है शिमला की बहुमूल्य विरासत

बैंटोनी कैसल शिमला की पुरानी विरासतों में एक

शिमला में बेंटोनी कैस्टेल एक अमूल्य धरोहर है जिसका निर्माण 1829 में किया गया। लार्ड विलियम बैंटिक ने इसका निर्माण उस स्थान पर किया जहां पर आज ग्रैंड होटल शिमला है। ब्रिटिशकाल में यह कई प्रसिद्ध हस्तियों का आवास रहा जिनमें हेनरी लॉरेंस भी थे। इसके बाद 1850 तक यह सिमला बैंक के अधीन रहा। यह संपति वायसरीगल कनफेक्शनर के नाम से बाद में बर्फ बनाने की मशीन और आरामदायक होटल बना। जोकि शिमला के सबसे विख्यात भवनों में गिना जाता था। बेंटिनी कैस्टल भवनों में 1922 में आग लग गई लेकिन 1930 तक फिर से भवनों का पुनर्निर्माण भी हो गया। आजादी के बाद यह छुट्टियां बिताने का पसंदीदा स्थान बना रहा। 1960 के दशक में इस भवन का रखरखाव सही तरीके से नहीं हो पाया और यह भवन अपनी शोभा खोता चला गया। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के द्वारा 2000 के बाद इसके जीर्णोद्धार की योजनाएं बनाई गई। जिसके बाद यह फिर से महत्वपूर्ण स्थान बन गया। वर्तमान में इसको फिर से नव रूप दिया गया।
वर्तमान परिसर में तीन ऐतिहासिक भवन हैं और इसके जीर्णोद्धार पर 25 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई है। ये स्थान 20,000 वर्ग मीटर में फैला एंग्लो-गॉथिक वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।


नए भवन का मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुभारंभ किया। 24 मई को हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ किया । इसके बाद यह शो रोजाना शाम के समय दिखाया जाता है शिमला का पुराना इतिहास, महात्मा गांधी का शिमला दौरा, कांगड़ा कलम, चंबा थाल, कांगड़ी टोपी, शॉल और हिमाचल के स्मारकों को आकर्षक तरीके से इसमें प्रदर्शित किया है। इसमें प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार की जीवनी, मालरोड का 1890, संजौली 1845, पीटरहॉफ 1865 और विलो बैंक का 1860 का इतिहास भी दर्शाया गया है। अब बैंटनी कैसल भवन को आम जनता के लिए अंदर से देखने के लिए भी खोल दिया है। टूरिस्ट सीजन में शिमला में रोजाना 15 से 20 हजार सैलानी घूमने के लिए आते हैं। राज्य संग्रहालय के अध्यक्ष हरि चौहान ने बताया कि बैंटनी कैसल देखने का 50 रुपये टिकट निर्धारित किया है। बैंटनी कैसल का भवन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा। इसके बाद पर्यटक शाम को लाइट एंड साउंड शो देख सकते हैं। इसका समय शाम 7:00 से 7:30 और 7:30 से 8:00 बजे तक का रखा है। इसमें शिमला के इतिहास को वीडियो के माध्यम से दिखाया जाता है। इसके लिए अलग से 100 रुपये का टिकट लेना होगा।

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